शिवभक्तों के काँवड व्रत की रक्षा के लिए सनातन धर्म है तैयार --हर हर महादेव 🚩
( अब प्रपत्र देगा दुकान और दुकानदार की पूरी जानकारी-shalini kaushik law classes)
11 जुलाई से श्रावण मास आरम्भ हो रहा है, हर साल की तरह शिव भक्त कांवड में गंगाजल भरकर लाने के लिए हरिद्वार पहुँचने आरम्भ हो गए हैं, हरियाणा, राजस्थान के कांवडिये और खुद उत्तर प्रदेश के निवासी लाखों की संख्या में हर साल काँवड लेकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से गुजरते हैं जिनमें मुजफ्फरनगर, शामली प्रमुख हैँ. कांवड लाने वाले शिवभक्तों की सेवा और स्वागत के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों पर प्रशासन ने सड़कों पर सफाई कार्य और राहत शिविरों की व्यवस्था करनी आरम्भ कर दी है.कुछ अराजक तत्वों के द्वारा कांवड यात्रा में विघ्न उपस्थित करने के प्रयासों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा वर्ष 2024 में भी काँवड मार्ग की दुकानों पर दुकानदारों का नाम लिखना अनिवार्य किया था और यही निर्देश इस वर्ष भी सरकार द्वारा जारी किये गए हैँ.
किन्तु अभी प्राप्त नई जानकारी के अनुसार खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानों पर नाम लिखने के मामले में नई रणनीति अपनाते हुए दुकानों पर दुकानदारों के नाम लिखने के बजाय दुकान का नाम लिखे जाने के आदेश पारित किये हैँ। जिस संबंध में व्यक्तिगत तौर पर जानने के लिए एप से जानकारी प्राप्त करने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) ने प्रपत्र जारी कर दिया है।
प्रदेश में कांवड़ यात्रा मार्ग की दुकानों पर दुकानदार के नाम लिखने की बात कही गई किन्तु एफएसडीए के एक्ट में इसका कोई प्रावधान न मिलने पर विभाग ने नई रणनीति अपनाते हुए ग्राहक संतुष्टि फीडबैक प्रपत्र तैयार किया और तैयार प्रपत्र को हर दुकानदार को अपनी दुकान पर लगाना अनिवार्य कर दिया.
➡️ प्रपत्र में लिखने योग्य आवश्यक तथ्य-
1️⃣ लाइसेंस नंबर,
2️⃣ दुकान का नाम,
3️⃣ दुकान का पता,
4️⃣ दुकानदार का मोबाइल नंबर,
5️⃣ दुकानदार की ईमेल आईडी (यदि है तो)
लिखा जाएगा। इस प्रपत्र में टोल फ्री नंबर और फूड सेफ्टी कनेक्ट एप के तहत क्यूआर कोड लगा है। क्यू आर कोड को स्कैन करते ही ग्राहक इस पर पूरा विवरण देख सकेंगे। QR कोड को स्कैन करते ही दुकानदार के नाम से ही अन्य सभी विवरण भी सामने आ जाएंगे। जिसे देखकर ग्राहक फीडबैक दे सकेंगे।
➡️ मिलावट खोरी का त्वरित निस्तारण-
एप के जरिए मिलावट पर भी फीडबैक देने के लिए ग्राहक को निम्न तथ्य बताने होंगे-
🌑 उसने संबंधित दुकान पर क्या खाया?
🌑 उसे किसमें मिलावट की आशंका है?
यह फीडबैक अपलोड होते ही विभाग की टीम के पास संदेश पहुंचेगा और सन्देश पहुँचते ही कंट्रोल रूम से उस इलाके में मौजूद खाद्य निरीक्षक को इसकी सूचना दी जाएगी, वह तुरंत संबंधित खाद्य पदार्थ की जांच करेगा और यदि प्राथमिक जांच में ही संदेह सही निकला तो संबंधित खाद्य पदार्थ को नष्ट करा देगा।
➡️ एफएसडीए ग्राहकों को भी करेगा जागरूक-
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) द्वारा प्रदेशभर में मिलावटखोरी के मामले सामने आने के बाद इसे रोकने की पुख्ता रणनीति बनाई गई है। अब कांवड़ यात्रा वाले मार्गों, धार्मिक स्थलों पर मिलावटखोरी रोकने के लिए जागरुकता से संबंधित कार्यक्रम भी एफएसडीए द्वारा इस दौरान चलाये जायेंगे जिसमें श्रद्धालुओं को बताया जाएगा कि खाद्य पदार्थ में वे कैसे मिलावट का अंदाजा लगाएं। विभाग की मोबाइल वैन काँवड मार्ग में तैनात रहेगी। जहां लोग खुद मिलावट की जांच करा सकेंगे।
तो अब शिवभक्तों की सच्ची सेवा, स्वागत, साथ ही उनके काँवड व्रत व स्वास्थ्य की रक्षा के लिए योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशन में पूरा सनातन धर्मवलम्बी समाज है तैयार, हर हर महादेव 🌼🌼🚩
द्वारा
शालिनी कौशिक
एडवोकेट
कैराना (शामली)
सही प्रबंधन किया जा रहा है यू पी मे, हम भी हैं तैयार, हर हर महादेव 🌼🌼🚩
जवाब देंहटाएंहर हर महादेव 🌼🌼🚩
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