आपके पास भी आ सकती है -🇫🇷🇦🇺🇩 🇨🇦🇱🇱
आपके पास फोन है, होगा ही, क्योंकि आजकल फोन रोटी कपड़ा और मकान की तरह एक अनिवार्य आवश्यकता बन चुकी है, तो फिर सावधान हो जाइये क्योंकि फ़्रॉड कॉल या फिर ये कहें कि साइबर ठगों की धोखाधड़ी की कॉल आपके पास भी आ सकती है.
➡️ फ्रॉड कॉल की पहचान के लिए, अनजान नंबरों से कॉल को सावधानी से उठाएं और किसी भी संवेदनशील जानकारी को साझा करने से बचें। कॉल में आपको तत्काल कार्रवाई करने या धमकी देने की बात कही जा सकती है, यह फ्रॉड हो सकता है। कॉलर से सवाल पूछें और उनकी बातों में गलतियां देखें।
➡️ फ्रॉड कॉल की पहचान के लिए महत्वपूर्ण बातें:
🌑 अनजान नंबरों से कॉल:
अनजान नंबर से कॉल आने पर सावधान रहें।
🌑 संदिग्ध संदेश:
यदि कॉल में आपको कोई लिंक या संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए कहा जाए, तो सावधान रहें।
🌑 धमकी या जल्दबाजी:
यदि कॉल में आपको कोई धमकी दी जाए या जल्द कार्रवाई करने के लिए कहा जाए, तो सावधान रहें।
🌑 कंपनी की जानकारी:
कॉल में कंपनी या सरकारी एजेंसी की जानकारी के बारे में संदेह होने पर उनकी आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें।
🌑 सवाल पूछें:
कॉलर से सवाल पूछें और उनकी बातों में गलतियां देखें।
🌑 सही भाषा और टोन:
कॉलर की भाषा और टोन पर ध्यान दें। फ्रॉड कॉल में भाषा अवास्तविक और धमकी भरी हो सकती है।
🌑 जानकारी साझा न करें:
किसी भी कॉल में अपने बैंक खाते की जानकारी, पिन, ओटीपी या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा न करें।
🌑 संदिग्ध कॉल को ब्लॉक करें:
यदि आपको किसी कॉल पर संदेह हो तो उसे ब्लॉक कर दें।
🌑 साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन:
साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या साइबर सुरक्षा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
➡️ फर्जी साइबर क्राइम कॉल की पहचान :
अगर आपको लगता है कि आपके पास आने वाली कॉल के नंबर +77, +89, +85, +86, +84 आदि से शुरू होते हैं या इनमें कोई उपसर्ग है, तो सावधान हो जाइए। ये फर्जी कॉल हैं, जिसमें धोखेबाज सरकारी अधिकारी बनकर आपसे आपकी निजी जानकारी या पैसे ठगने की कोशिश करते हैं।
इसलिए एक बार फिर से ये सभी महत्वपूर्ण बातें अपनी डायरी में नोट कीजिये और अपनी आदत में शामिल कर लीजिये, तभी आप आज के साइबर अपराध के दौर में सुरक्षित रह पाएंगे-
➡️ महत्वपूर्ण टिप्स साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए-
🌑 धोखाधड़ी कॉल से बचने के लिए, अज्ञात नंबरों से आने वाली कॉलों का जवाब न दें और किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को साझा न करें। यदि आप किसी धोखाधड़ी कॉल का शिकार होते हैं, तो 1930 पर कॉल करके या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
🌑 अज्ञात नंबरों से आने वाली कॉलों का जवाब न दें:
यदि आप किसी ऐसे नंबर से कॉल प्राप्त करते हैं जिसे आप नहीं जानते हैं, तो उसे अनदेखा करना सबसे अच्छा है।
🌑 किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को साझा न करें:
स्कैमर्स अक्सर खुद को सरकारी एजेंसी, बैंक या अन्य संगठनों से होने का दिखावा करते हैं। यदि वे जानकारी मांगते हैं, तो उनसे एक कॉलबैक नंबर की मांग करें और कहें कि आप खुद वापस कॉल करेंगे। यदि वे आपको नंबर देने से इनकार करते हैं, तो यह इस बात का प्रमाण है कि यह एक धोखाधड़ी है।
🌑 संदिग्ध कॉलों की रिपोर्ट करें:
यदि आपको कोई संदिग्ध धोखाधड़ी कॉल आती है, तो 1930 पर कॉल करके या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
🌑 अपने बैंक को सूचित करें:
यदि आपको लगता है कि आप किसी धोखाधड़ी कॉल का शिकार हुए हैं, तो अपने बैंक को सूचित करें।
🌑 अपने फोन को अपडेट रखें:
सुनिश्चित करें कि आपका फोन नवीनतम सुरक्षा पैच के साथ अपडेट है।
🌑 सुरक्षित वाई-फाई का उपयोग करें:
सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करते समय सावधान रहें, क्योंकि वे धोखाधड़ी के लिए असुरक्षित हो सकते हैं। जहाँ तक हो सके घर से बाहर अपने फोन डाटा का ही इस्तेमाल करें.
🌑 सोशल मीडिया पर सावधान रहें:
सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करते समय सावधान रहें, क्योंकि स्कैमर्स इसका उपयोग आपको धोखा देने के लिए कर सकते हैं।
🌑 कॉल करने वाले की टोन:
स्कैमर्स अक्सर डराने-धमकाने की टोन का उपयोग करते हैं।
🌑 कॉल करने वाले का दावा:
स्कैमर्स अक्सर खुद को सरकारी एजेंसी, बैंक या अन्य संगठनों से होने का दिखावा करते हैं।
🌑 कॉल करने वाले द्वारा मांगी गई जानकारी:
स्कैमर्स अक्सर व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि आपके बैंक खाते या क्रेडिट कार्ड की जानकारी मांगते हैं।
🌑 कॉल करने वाले की भाषा:
स्कैमर्स अक्सर खराब अंग्रेजी या हिंदी का उपयोग करते हैं।
🌑 कॉल करने वाले का नंबर:
स्कैमर्स अक्सर अंतरराष्ट्रीय नंबरों का उपयोग करते हैं।अगर आपको लगता है कि आपके पास आने वाली कॉल के नंबर +77, +89, +85, +86, +84 आदि से शुरू होते हैं या इनमें कोई उपसर्ग है, तो सावधान हो जाइए। ये फर्जी कॉल हैं,
यदि आपको कोई संदिग्ध कॉल आती है, तो इन बातों पर ध्यान दें और किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को साझा न करें। आप ध्यान दीजिए, साइबर ठग कोई अनपढ़ अपराधी नहीं हैं, वे पढ़े लिखें उच्च शिक्षित युवा और किशोर हैं जैसा कि आज की साइबर क्राइम रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है, इन्हें हल्के में न लें और इन टिप्स को फॉलो करें, न केवल खुद इन सुरक्षा उपायों को अपनाएं बल्कि अपने आसपास के लोगों में भी साइबर क्राइम को लेकर जागरूकता फैलाएं.
सुरक्षित रहें -सतर्क रहे.
धन्यवाद 🙏🙏
द्वारा
शालिनी कौशिक
एडवोकेट
कैराना (शामली )
आपकी पोस्ट साइबर ठगी के दौर में सुरक्षित रहने के लिए जरूरी जानकारी दे रही हैं, धन्यवाद 🙏🙏
जवाब देंहटाएंप्रतिक्रिया हेतु हार्दिक धन्यवाद 🙏🙏
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