आपसे ओटीपी ही क्यूँ मांगते हैं स्कैमर्स

 


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(ओटीपी ही क्यूँ मांगते हैं स्कैमर्स जानिए @cybershalini के साथ)

     ऑनलाइन फ्रॉड में ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) का बहुत महत्व है क्योंकि यह आपकी पहचान और वित्तीय लेन-देन की सुरक्षा करता है। ओटीपी एक अस्थायी, एक-बार उपयोग होने वाला कोड है जो आपकी व्यक्तिगत जानकारी की रक्षा करता है, जिससे स्कैमर्स आपकी व्यक्तिगत जानकारी तक पहुँच बनाने में असफल हो जाते हैं.

➡️ ओटीपी का महत्व:-

🌑 स्कैमर्स ओटीपी ही मांगते हैं, क्यूँ:-

OTP (वन-टाइम पासवर्ड) एक अस्थायी, अद्वितीय कोड है जिसे आपके ईमेल पर आपकी पहचान सत्यापित करने के लिए भेजा जाता हैं जब आप लॉग इन करते हैं, खासकर किसी नए डिवाइस या स्थान से। सुरक्षा की यह अतिरिक्त परत आपके खाते को अनधिकृत पहुँच से बचाने में मदद करती है।

🌑 अतिरिक्त सुरक्षा:

ओटीपी सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है। यदि आपका पासवर्ड हैक हो जाता है, तो भी स्कैमर्स को आपके खाते में प्रवेश करने के लिए ओटीपी की आवश्यकता होगी. 

🌑 साइबर विशेषज्ञ अमित दुबे की राय-

अ‍मित दुबे ने बताया कि साइबर अपराधियों के पास पासवर्ड पहले से होता है, उन्‍हें सिर्फ ओटीपी चाहिए होता है, जो उसी समय रियल टाइम में आता है, जब धोखाधड़ी करनी होती है। 

🌑 लेन-देन की पुष्टि:-

ओटीपी ऑनलाइन भुगतान और अन्य वित्तीय लेन-देन को सत्यापित करने के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि लेन-देन वास्तव में आपके द्वारा किया गया है. 

🌑 पहचान की चोरी से बचाता है ओटीपी:-

ओटीपी आपकी पहचान की चोरी को रोकने में मदद करता है क्योंकि यह एक बार उपयोग होने वाला कोड है, जो किसी भी तरह के साइबर हमले से आपकी पहचान की सुरक्षा करता है. 

🌑 ओटीपी की अवधि:- 

भारत में, आपके मोबाइल फ़ोन पर mAadhaar ऐप आपको वन-टाइम पासवर्ड आने का इंतज़ार करने के बजाय एक डायनामिक OTP जनरेट करने की सुविधा देता है। ऐप का एल्गोरिदम एक डायनामिक OTP या TOTP जनरेट करता है। 8 अंकों का कोड 30 सेकंड के लिए वैध होता है।

🌑 धोखाधड़ी से बचाता है ओटीपी:-

ओटीपी स्कैमर्स को आपके खाते से पैसे निकालने या अन्य धोखाधड़ी करने से रोकता है क्योंकि उन्हें ओटीपी की आवश्यकता होती है. साइबर विशेषज्ञ अमित दुबे बताते हैं कि दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं-

1️⃣ जिनका अकाउंट और अकाउंट डिटेल्‍स लीक या हैक हुई होती हैं। 

2️⃣ जिनका अकाउंट सेफ होता है। यह जानने के लिए आप की ऑनलाइन डिटेल्‍स कितनी सुरक्षित हैं, इसका पता ऑनलाइन लगाया जा सकता है।

🌑 डेटा लीक बताने वाली वेबसाइट:-

साइबर विशेषज्ञ अमित दुबे एक वेबसाइट- https://haveibeenpwned.com/ का जिक्र करते हुए बताते हैं कि इस वेबसाइट पर जाकर कोई भी यूजर अपनी ईमेल आईडी डालकर यह चेक कर सकता है कि उसका डेटा कहां कहां से चोरी हुआ है। मैंने वेबसाइट पर अपनी ईमेल आईडी डाली तो पता चला कि 4 डेटा ब्रीच हुए हैं। मेरी ईमेल आईडी से जुड़ा पहला डेटा ब्रीच मेरे वाईफाई प्रोवाइडर के जरिए हुआ है। उसने मेरी फोन की इन्‍फर्मेशन, ईमेल अड्रेस, पासवर्ड, घर का पता यहां तक कि मोबाइल से जुड़ी इन्‍फर्मेशन भी लीक की है। अमित दुबे ने दावा किया कि लोगों की बैंक अकाउंट डिटेल्‍स, पासवर्ड आदि चोरी हो चुके होते हैं। उन्‍हें पता नहीं चलता। इसीलिए साइबर अपराधी सिर्फ ओटीपी चाहते हैं, क्‍योंकि बाकी डिटेल उनके पास पहले से होती है।

🌑 स्कैमर्स द्वारा ओटीपी का इस्तेमाल:-

स्कैमर्स आपके फोन पर ओटीपी प्राप्त करने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग करते हैं, जैसे कि झूठे कॉल या एसएमएस, जिनका उपयोग आपकी व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है. एक बार ओटीपी मिलने के बाद वे इसका उपयोग आपके खाते में लॉग इन करने, पैसे निकालने या अन्य धोखाधड़ी करने के लिए करते हैं. 

➡️ इसलिए ध्यान दें:-

🌑 कभी भी अपने ओटीपी को किसी के साथ साझा न करें. 

🌑 किसी भी अनजान या संदिग्ध कॉल या संदेश पर ध्यान न दें. 

🌑 अपने डिवाइस को सुरक्षित रखने के लिए एक मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और एंटीवायरस सॉफ्टवेयर स्थापित करें. 

🌑 ओटीपी प्राप्त करने से पहले हमेशा संदेश या कॉल की सत्यता की पुष्टि करें. 

🌑 यदि आपको कोई संदेह है, तो तुरंत अपने बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान से संपर्क करें. 

इस प्रकार ओटीपी ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय है। अपनी जानकारी की सुरक्षा के लिए, हमेशा अपने ओटीपी को सुरक्षित रखें और सतर्क रहें।

प्रस्तुति 

शालिनी कौशिक 

एडवोकेट 

कैराना (शामली )

टिप्पणियाँ

  1. Otp की हमारे बैंक अकाउंट को सुरक्षित रखने मे क्या भूमिका है इसकी सार्थक जानकारी शेयर की है आपने, आभार 🙏🙏

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    1. प्रतिक्रिया हेतु समय देने के लिए आभार 🙏🙏

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