अब प्रेमानन्द जी को AI ने घेरा


  AI, या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर सिस्टम को मानव जैसी बुद्धि और क्षमताओं को अनुकरण करने में सक्षम बनाने की तकनीक है। इसमें सीखने, तर्क करने, समस्या-समाधान करने, और निर्णय लेने जैसी क्षमताएं शामिल हैं, जो आमतौर पर मनुष्यों द्वारा की जाती हैं.  कुल मिलाकर अगर हम देखते हैं तो AI का मतलब है कि हम मशीनों को इस तरह से प्रोग्राम कर सकते हैं कि वे मानव की तरह सोच सकें और काम कर सकें और इसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं, दिखाई दे रहे हैं AI सिस्टम निर्णय लेने में सक्षम हो सकते हैं, चाहे वह किसी वस्तु को पहचानना हो, या किसी स्थिति के लिए सबसे अच्छा कोर्स-ऑफ-एक्शन चुनना हो. AI एक तेजी से विकसित हो रहा क्षेत्र है, और यह हमारे जीवन और काम करने के तरीके में क्रांति लाने की क्षमता रखता है.

     जैसा कि हम सभी जानते हैं कि क्रांति हमेशा सुखद परिणाम ही नहीं लाती, कभी कभी क्रांति से कुछ अवांछनीय परिणाम भी प्राप्त होते हैं और इसका एक दुःखद परिणाम हाल ही में नजर आ रहा है.

 राधा कृष्ण के परम भक्त संत प्रेमानंद महाराज जी की एक AI इमेज ने संत समाज को आक्रोश से भर दिया है। फेक फोटो में संत प्रेमानंद लेटे हुए हैं। राधा रानी पैरों की तरफ बैठकर उनकी सेवा कर रही हैं। तस्वीर मे भगवान कृष्ण हाथ जोड़कर खड़े हुए हैं. तस्वीर की असहनीय सामग्री मथुरा के संतों में आक्रोश भरने के लिए काफ़ी है। संत प्रेमानंद के शिष्य ने अज्ञात के खिलाफ साइबर थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। संत प्रेमानंद महाराज के शिष्य गौतम चिलाना द्वारा साइबर थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिसमें लिखा गया है कि - 

"सोशल मीडिया पर हमारी परमाराध्य राधा रानी और पूज्य गुरुदेव संत प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज की एक फोटो वायरल है। यह फोटो AI के माध्यम से बनाई गई है। जिस व्यक्ति का यह कृत्य है, वह असहनीय है। इस चित्र के वायरल होने से संत प्रेमानंद महाराज सहित अन्य संतों के हृदय को पीड़ा हुई है.उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। इसलिए ऐसे व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करें। जिससे इस तरह का दुस्साहस दोबारा न किया जा सके। "

ट्रस्ट ने एक एडवाइजरी भी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि - 

    


                  ॥ श्री राधावल्लभी जयति ॥

                      राधे राधे ! श्री हरिवंश !

                                सूचना

आप सभी को सूचित व सावधान करना है कि वर्तमान में कई लोग पूज्य गुरुदेव श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज की Photos, Videos और Audios को Artificial Intelligence (AI) के माध्यम से मनमाने ढंग से Social Media Platforms पर डाल रहे हैं जो कि विल्कुल ही मर्यादा व कानून के खिलाफ है और भक्तों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली हैं। समय समय पर पहले भी हमारे द्वारा ऐसी सूचनाएँ दी गई हैं।

अतः आप सभी से प्रार्थना व निवेदन है कि कोई भी किसी भी प्रकार से AI का प्रयोग कर पूज्य महाराज जी की मनमाने ढंग से Photos, Videos और Audios ना बनाएँ, ना प्रभावित हों, ना समर्थन करें और ना ही कहीं Share करें। केवल हमारे अधिकृत एवं सत्यापित सोशल मीडिया माध्यमों से प्रसारित Photos, Videos, Audios और Information पर ही विश्वास करें।

हम किसी भी अनधिकृत Social Media Platforms पर बने Channels, Pages या Handles से प्रसारित की गई किसी भी प्रकार की Photos, Videos, Audios या Information के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। कृपया सावधान और सतर्क रहें।


                             श्री हित राधा केलि कुंज ट्रस्ट

                                      श्रीधाम वृंदावन

                                 दिनाँक 18/06/2025

    जिसे दर्ज करते हुए पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 299 और IT एक्ट की धारा 66 C में मुकदमा दर्ज करने के साथ साथ अब उन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की डिटेल भी मांगी है। जिन पर यह फोटो वायरल की गई है। 

      ये है AI तकनीक, जो हमारे साधु संतों को भी नहीं बख्श रही है, जबकि इनके द्वारा अपनी कोई भी फोटो स्वयं सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर स्वयं अपलोड या वायरल नहीं की जाती, इन्हें वायरल करने का काम वे करते हैं जो इस तरह की अशिष्ट, अभद्र हरकतों से आस्था और भक्ति की शांत लहरों में सुनामी उत्पन्न कर माहौल बिगाड़ना चाहते हैं, हिन्दू धर्मावलंबियों के ह्रदय में बसे संत प्रेमानन्द जी महाराज का तो ये साइबर ठग कुछ नहीं बिगाड़ सकते किन्तु आप या हम कोई संत नहीं हैं.

   AI में  रोज नए फीचर्स शामिल किये जा रहे हैं, ये हमारे लिए और भी खतरनाक हैं।  एक तरफ तो AI  हमारे काम को आसान बना रहा है वहीं दूसरी ओर एआई के जरिए डीपफेक फोटो और AI वीडियो के जरिये साइबर अपराधियों ने लोगों के लिए मुसीबत खड़ी की है। पिछले दिनों OpenAI द्वारा अपने एआई टूल ChatGPT में फोटो जेनरेशन फीचर जोड़ा गया है। जिस के बाद एक्सपर्ट्स द्वारा AI टूल के जरिए फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट जैसे डॉक्यूमेंट्स तैयार किए जाने की आशंका बढ़ गई है.

🌑 आज ऑनलाइन अपने खातों के संचालन के लिए KYC know your customer का प्रचलन बढ़ गया है, किन्तु इस AI ने अपने क्रन्तिकारी कदमो से KYC फ़्रॉड की आशंका बढ़ा दी है. विशेष रूप से बैंकिंग, फाइनेंस, इंश्योरेंस , टेलीकॉम, लॉजिस्टिक, हेल्थकेयर, एजुकेशन और एंटरटेनमेंट सेक्टर में AI के जरिए KYC फ्रॉड की आशंका है। एआई के फोटो जेनरेशन फीचर का प्रयोग कर साइबर अपराधी लोगों के फर्जी डॉक्यूमेंट जेनरेट करके बड़े साइबर फ्रॉड को अंजाम दे सकते हैं।   

        ऐसे में AI रोज नई टेंशन बढ़ा रहा है, जिसे संत  प्रेमानन्द जी तो प्रभु द्वारा प्रदत्त दिव्य शक्ति से झेल लेंगे किन्तु हम या आप नहीं झेल सकते. आज AI का इस्तेमाल फर्जी वीडियो और ऑडियो बनाए जाने के साथ-साथ फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाने के लिए भी शुरू होने जा रहा है, जो कि जनजीवन पर मंडराता बहुत बड़ा खतरा है और जिससे बचने के लिए हमें AI का इस्तेमाल सोच समझकर करना होगा और अपनी आँखे और दिमाग़ खुला रखना होगा.

(AI के खतरों और सावधानी पूर्वक इस्तेमाल के बारे में विस्तार से जानने के लिए जुड़े रहिये हमारे ब्लॉग-कानूनी ज्ञान से-साथ ही अपनी समस्याएं भी शेयर करें.) 

धन्यवाद 🙏🙏

द्वारा

शालिनी कौशिक

एडवोकेट

कैराना (शामली)




      

टिप्पणियाँ

  1. हमें Ai के सम्भावित ख़तरों से कैसे निबटना है कृपया इसकी जानकारी अपडेट करती रहे, सार्थक जानकारी शेयर करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. बिल्कुल, आगे की पोस्ट me हम ये सब जानकारी आपके लिए लाते रहेंगे. स्वस्थ प्रतिक्रिया हेतु आभार 🙏🙏

      हटाएं

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मृतक का आश्रित :अनुकम्पा नियुक्ति

rashtriya vidhik sewa pradhikaran

यह संविदा असम्यक असर से उत्प्रेरित