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मार्च, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

उत्तर प्रदेश में मांस बैन

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                  योगी ने यू पी में किया मांस बैन       चैत्र नवरात्रि आरंभ हो गई हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा सनातन धर्म की मर्यादा के अनुरूप फैसला लिया गया है. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने चैत्र नवरात्रि  में बड़ा निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 9 दिनों तक प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों के पास मांस की ब्रिकी पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। धार्मिक स्थलों के 500 मीटर के दायरे में मांस नहीं बेचा जाएगा। इस दायरे के बाहर भी लाइसेंस की शर्तों के मुताबिक ही दुकानें चलेंगी। खुले में मांस बेचने पर प्रतिबन्ध लगाया गया है । वहीं रामनवमीं पर मांस-मछली की सभी दुकानें पूर्ण रूप से बंद रहेंगी। साथ ही, श्री राम नवमी का पर्व 6 अप्रैल में है, उसे देखते हुए यूपी में 6 अप्रैल 2025 को रामनवमीं पर सभी मांस की दुकानें पूर्णतया बंद रहेंगी। इस दिन पशु वध और मांस की बिक्री पूरी तरह बंद रहेगी। उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1959 और खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 और 2011 के प्रावधानों के तहत...

ई-प्रिज़न ऐप का मुख्य उत्पाद है कियोस्क सूचना

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    हमारी पिछली पोस्ट में आपने जाना NSTEP और E-PRISON के बारे में, यदि आपने पोस्ट को ध्यान से पढ़ा होगा तो आप E-PRISON को विस्तार से जान गए होगे, यदि फिर भी कुछ कमी रह गई है तो एक बार फिर E-PRISON की कुछ मुख्य विशेषताओं पर ध्यान दीजिये, जिससे आपके लिए आसान होगा हमारी आज की पोस्ट कियोस्क सूचना के बारे में जानना, तो पहले कल की पोस्ट के कुछ अंश आपकी सुविधा के लिए प्रस्तुत किए जा रहे हैं -  ➡️  ई-प्रिजन एप्लीकेशन सूट- 🌑 ई-प्रिजन एप्लीकेशन सूट जेल और कैदी प्रबंधन से संबंधित सभी गतिविधियों को एकीकृत करता है। यह जेलों में बंद कैदियों के बारे में वास्तविक समय में अदालतों, जेल अधिकारियों और आपराधिक न्याय प्रणाली में शामिल अन्य संस्थाओं को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। यह ऑनलाइन मुलाकात अनुरोध और शिकायत निवारण की सुविधा प्रदान करता है। ➡️ ई-प्रिज़न ऐप के मुख्य उत्पाद:  🌑 कैदी सूचना प्रबंधन प्रणाली (पीआईएमएस) 🌑 आगंतुक प्रबंधन प्रणाली (ई विजिटर) 🌑 अस्पताल प्रबंधन प्रणाली (ई अस्पताल) 🌑 कानूनी सहायता प्रबंधन प्रणाली 🌑 सूची प्रबंधन प्रणाली 🌑 जेल प्रबंधन प्रणाली (पी...

NSTEP और E-PRISON - विस्तार से जानिए

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   कानूनी प्रक्रिया की नवीनतम तकनीक के रूप में न्यायालयों की गतिविधियों में दो नए वेब ऐप्लिकेशन और मोबाइल ऐप शामिल किए गए हैं. आज हम आपको उन्हीं दोनों ऐप के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं ताकि ये कानून के क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य करने वाले अधिवक्ताओं, कर्मचारियों और सभी कानूनविदों के काम आ सकें. एन-स्टेप (N-STEP) एक प्रक्रिया सेवा है और ई-प्रिज़न, जेलों के प्रबंधन से जुड़ी एक प्रबंधन सूचना प्रणाली है.  🌑 पहली वेब ऐप्लिकेशन और मोबाइल ऐप का नाम है  ➡️ एन-स्टेप (N-STEP) 🌑 यह सिविल कोर्ट की तामिलों की इलेक्ट्रॉनिक सर्विस के लिए है.  🌑 यह एक केन्द्रीकृत प्रक्रिया सेवा है.  🌑 इसमें वेब ऐप्लिकेशन और मोबाइल ऐप शामिल है.  🌑 यह प्रोसेस सर्वर और लिटिगेंट अंग्रेज़ी न जानने की समस्या को दूर करता है क्योंकि इसमें आप भाषा चयन करते हुए अपनी भाषा के रूप में हिंदी भाषा का चयन कर सकते हैं.  🌑 यह तामील प्रक्रिया में तेज़ी लाता है और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाता है.  🌑 यह समन की तामील का रीयल टाइम स्टेटस अपडेट देता है.  🌑 दूसरी वेब ...

इलाहाबाद हाई कोर्ट - शादी करके पत्नी का संरक्षक बनें-मालिक नहीं

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  इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक युवक द्वारा अपनी पत्नी के अंतरंग वीडियो सोशल मीडिया वेबसाइट पर वायरल करने के आरोपी युवक को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा,  शादी करके उसके संरक्षक बने हो. मालिक नहीं। उसके समर्पण और भरोसे का सम्मान करो। यदि वैवाहिक पवित्रता कायम नहीं रख सकते तो राहत के हकदार नहीं हो।  यह कहते हुए जस्टिस विनोद दिवाकर की कोर्ट ने मिर्जापुर निवासी युवक की जिला अदालत में लंबित आपराधिक कार्यवाही को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी।   उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के पडरी थाना क्षेत्र में धनही निवासी युवक की शादी चुनार के पिरल्ली गांव में हुई थी। आठ मई 2022 को पत्नी ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया कि दहेज उत्पीड़न को लेकर दर्ज मुकदमे की सुलह के लिए 13 सितंबर 2021 को वह ससुराल गई थी। उसी रंजिश में पति ने उसकी मर्जी के खिलाफ अंतरंग वीडियो बनाए। उसके बाद उसे रिश्तेदारों के मोबाइल व सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इससे उसकी प्रतिष्ठा को आघात पहुंचा है।विवेचना के बाद पुलिस ने पति के खिलाफ ट्रायल कोर्ट में आईटी एक्ट की धाराओं में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। कोर्ट ने ...

यह सभी महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न है.

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       भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 75 लैंगिक उत्पीड़न को दण्डनीय अपराध घोषित करती है. इसमे कहा गया है कि  ➡️धारा 75. लैंगिक उत्पीड़न .-  (1) ऐसा कोई निम्नलिखित कार्य, अर्थात् :- (i) शारीरिक संस्पर्श और अग्रक्रियाएं करने, जिनमें अवांछनीय और लैंगिक संबंध बनाने संबंधी स्पष्ट प्रस्ताव अन्तर्वलित हों; या (ii) लैंगिक स्वीकृति के लिए कोई मांग या अनुरोध करने; या (iii) किसी महिला की इच्छा के विरुद्ध अश्लील साहित्य दिखाने; या (iv) लैंगिक आभासी टिप्पणियां करने, वाला पुरुष लैंगिक उत्पीड़न के अपराध का दोषी होगा। (2) ऐसा कोई पुरुष, जो उपधारा (1) के खण्ड (i) या खण्ड (ii) या खण्ड (iii) में विनिर्दिष्ट अपराध करेगा, वह कठिन कारावास से, जिसकी अवधि तीन वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा। (3) ऐसा कोई पुरुष, जो उपधारा (1) के खण्ड (iv) में विनिर्दिष्ट अपराध करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि एक वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा।             दो दिन पूर्व ह...

हेल्पलाइन श्रृंखला -7-साइबर स्टॉकिंग - एक अपराध

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                    See vlog also          ( shalini kaushik law classes)        हमारी एक पिछली पोस्ट में आपने जाना कि आप हेल्पलाइन नंबर 1090 पर अन्य केसेस के साथ साथ निम्न केसेस को लेकर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं - "*शिकायत दर्ज करने के लिए, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेश मिलने, साइबर स्टॉकिंग, साइबर बुलिंग, मोबाइल पर अश्लील कॉल या मैसेज आने, या फिर घर और बाहर कहीं भी छेड़खानी, हिंसा, और यौन उत्पीड़न की शिकायत की जा सकती है."         साइबर बुलिंग के बारे में हम आपको पहले ही बता चुके हैं, एक बार और जानने के लिए आप देखिए हमारे ब्लॉग की पोस्ट साइबर बुलिंग के बारे में, आज हम आपको बताने जा रहे हैं साइबर स्टॉकिंग के बारे में , साथ ही सम्पूर्ण जानकारी के लिए "गूगल" का हार्दिक धन्यवाद 🙏 ➡️साइबर स्टॉकिंग का मतलब  -      किसी व्यक्ति को इंटरनेट या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से परेशान करना या पीछा करना. इसमें धमकी, बदनामी, मानहानि, झूठे आरोप, निगरानी, ...

ये दुष्कर्म का गम्भीर प्रयास ही है.

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     इलाहाबाद हाई कोर्ट का एक फैसला आज पूरे देश में चर्चाओं में है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक मामले में अजीबोगरीब फैसला देते हुए कहा कि पीड़िता का ब्रेस्ट पकड़ना और पायजामे का नाड़ा तोड़ना बलात्कार या बलात्कार का प्रयास नहीं माना जाएगा, बल्कि गंभीर यौन हमला माना जाएगा. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कासगंज में 11 साल की बच्ची के साथ हुई यौन उत्पीड़न की घटना पर सुनवाई करते हुए कहा कि स्तन पकड़ना और पायजामे का नाड़ा तोड़ना रेप का प्रयास नहीं, बल्कि यौन उत्पीड़न माना जाएगा. कोर्ट ने पवन और आकाश पर धारा 354-बी और POCSO अधिनियम की धारा 9/10 के तहत मुकदमा चलाने का आदेश दिया. हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि आरोपियों में से एक आकाश के खिलाफ विशेष आरोप यह है कि उसने पीड़िता को पुलिया के नीचे खींचने की कोशिश की और उसकी पजामी का नाड़ा तोड़ दिया. गवाहों ने यह भी नहीं कहा कि आरोपी के इस कृत्य के कारण पीड़िता नग्न हो गई या उसके कपड़े उतर गए. ऐसा कोई सबूत नहीं है कि आरोपी ने पीड़िता के साथ बलात्कार करने की कोशिश की. जज  ने कहा कि आरोपी पवन और आकाश के खिलाफ लगाए गए आरोप और मामले के ...

चाइल्डलाइन -बाल सुरक्षा हेल्पलाइन 1098

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                                    (गूगल से साभार )                        See vlogs also          Shalini Kaushik Law Classes 1098 चाइल्डलाइन का नंबर है, जो भारत में बच्चों के लिए एक निःशुल्क, 24 घंटे की आपातकालीन हेल्पलाइन है । यह पूरे भारत में उपलब्ध है, जिसमें कई शहर, रेलवे स्टेशन और बस टर्मिनल शामिल हैं।    ➡️चाइल्डलाइन 1098 का उपयोग कैसे करें    *हेल्पलाइन तक पहुंचने के लिए किसी भी फोन से 1098 पर कॉल करें *ईमेल करें dial1098@childlineindia.org.in ➡️ चाइल्डलाइन 1098 क्या करती है -  *आपात स्थितियों पर प्रतिक्रिया *बच्चों को दीर्घकालिक देखभाल और पुनर्वास के लिए सेवाओं से जोड़ता है *देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की सहायता करता है ➡️ चाइल्डलाइन 1098 कौन चलाता है?    *चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन (सीआईएफ) चाइल्डलाइन के लिए नोडल एजेंसी है। *सीआईएफ एक गैर-सरकारी संगठन (एन...

महिला हेल्पलाइन-महिला सुरक्षा 1091

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                        (गूगल से साभार )               Shalini Kaushik Law Classes     1091 महिला हेल्पलाइन नंबर है. यह हेल्पलाइन चौबीसों घंटे काम करती है. इस नंबर पर कॉल करके महिलाओं को तुरंत मदद मिल सकती है और इसमें 20 कॉल लेने वाले लोग हैं। यहां कॉल सीधे या 112 नंबर से डायवर्ट की जाती हैं। 1091 पर सीधे प्राप्त कॉल को 112 नंबर के माध्यम से भी भेजा जा सकता है और इसके परिणामस्वरूप ग्राउंड पर मौजूद पीसीआर पेट्रोल वाहन आवश्यक कार्यकारी कार्रवाई कर सकते हैं। ➡️1091 हेल्पलाइन नंबर से जुड़ी ज़रूरी जानकारीः ➡️इस नंबर पर कॉल करके महिलाओं को तुरंत मदद मिल सकती है ➡️इस नंबर पर कॉल करके महिलाओं को प्रताड़ना से बचाया जा सकता है.  ➡️इस नंबर पर कॉल करके महिलाओं को संकट में सभी ज़रूरी सहायता मिलती है.  ➡️इसके अलावा, महिलाओं की मदद के लिए ये नंबर भी हैं: ⬇️ ➡️नेशनल कमिशन फ़ॉर वूमेन (NCW) - 0111-23219750 ➡️राज्यों ने अपने स्तर पर भी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. ➡️महिलाओं के लिए 181 मह...

हेल्पलाइन श्रृंखला-4 होली हेल्पलाइन - नोट करें - सुरक्षित रहें.

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 See vlog holi special   होली हेल्पलाइन       कल होली पर्व की पूर्णिमा है और परसों को फाग खेला जाएगा. अगर होली पर  आम जनमानस को किसी भी तरह की परेशानी होती है, तो वे इन हेल्प-लाइन नंबरों पर कॉल कर सहायता प्राप्त कर सकते है:  *घरेलू हिंसा या उत्पीड़न की शिकायत के लिए 1091 पर कॉल करें *एम्बुलेंस के लिए 102 पर कॉल करें *ट्रैफ़िक पुलिस के लिए 103 पर कॉल करें *एंटी करप्शन हेल्पलाइन के लिए 1031 पर कॉल करें *ट्रेन दुर्घटना के लिए 1072 पर कॉल करें *पेयजल की समस्या के लिए 1800-3456-502 पर कॉल करें *शिकायत के लिए 1800112100 पर कॉल करें *मानवाधिकार आयोग हेल्पलाइन नंबर 14433 पर कॉल करें *महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल करें *मुसीबत में फ़ंसने पर 112 पर कॉल करें *अगर किसी को नकली सामान मिलता है, तो इसकी शिकायत FSSAI के टोल फ़्री नंबर 1800112100 पर की जा सकती है. इसके अलावा, अपने ज़िले के फ़ूड सेफ़्टी ऑफ़िसर से भी शिकायत की जा सकती है.          पुलिस और प्रशासन उत्तर प्रदेश के नागरिकों की सेवा और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. इसलिए सतर्क...

हेल्पलाइन श्रंखला-3- साइबर बुलिंग

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 हमारी पिछली पोस्ट में आपने जाना कि आप हेल्पलाइन नंबर 1090 पर अन्य केसेस के साथ साथ निम्न केसेस को लेकर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं - "*शिकायत दर्ज करने के लिए, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेश मिलने, साइबर स्टॉकिंग, साइबर बुलिंग, मोबाइल पर अश्लील कॉल या मैसेज आने, या फिर घर और बाहर कहीं भी छेड़खानी, हिंसा, और यौन उत्पीड़न की शिकायत की जा सकती है."        अपने आज की पोस्ट में इसमे हम आपको बताने जा रहे हैं साइबर बुलिंग और साइबर स्टॉकिंग के बारे में, क्योंकि शिकायत आप तभी तो दर्ज करायेंगे जब आप अपराध की पहचान के बारे में जानकारी रखते होंगे. तो सबसे पहले आप जानिए साइबर बुलिंग के बारे में, साथ ही सम्पूर्ण जानकारी के लिए "गूगल" का हार्दिक धन्यवाद 🙏 * साइबर बुलिंग क्या है - किसी व्यक्ति को इंटरनेट या मोबाइल के ज़रिए जान-बूझकर परेशान करना, डराना, या धमकाना साइबर बुलिंग कहलाता है. इसमें किसी का रूप धारण करके दूसरों को अपमानजनक संदेश भेजना भी शामिल है. साइबर बुलिंग, सोशल मीडिया और ऑनलाइन संचार प्लेटफ़ॉर्म के बढ़ते इस्तेमाल के साथ बढ़ी है.   *साइबर बुलिंग के उदाहरण...

हेल्पलाइन श्रृंखला - 2 वूमेन पावर लाइन-1090

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                     See also vlog Shalini Kaushik Law Classes वूमेन पावर लाइन-1090 (डब्ल्यूपीएल-1090) एक अत्याधुनिक निवारण कॉल सेंटर है, जो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए समर्पित किया गया है, जब किसी महिला को फोन कॉल कर, सोशल मीडिया द्वारा, पीछा करके और घरेलू हिंसा आदि सहित विभिन्न प्रकार के दुर्व्यवहार कर परेशान किया जाता है तब यह वूमेन पॉवर लाइन नंबर पीड़ितों को त्वरित और त्वरित प्रतिक्रिया प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।   1090 महिला हेल्पलाइन नंबर है. यह एक टोल-फ़्री नंबर है. इस नंबर पर कॉल करके, कोई भी महिला या उसकी महिला रिश्तेदार निशुल्क शिकायत दर्ज करा सकती है.  उत्तर प्रदेश की निवासी कोई भी महिला स्वयं के विरुद्ध किए जा रहे अश्लीलता पूर्ण आचरण और दुर्व्यवहार के ख़िलाफ़ 1090 पर फोन कर शिकायत कर सकती है. वूमेन पावर लाइन-1090 शिकायतकर्ता से नंबर मिलते ही हरकत में आ जाती है और जिस नंबर से  पीड़ित महिला को फ़ोन किया जाता है, उस पर कॉल करके पहले उस व्यक्ति को डांटा और समझाया जाता है. 1090 हेल...

Helpline number - 15100-NALSA

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See vlog also  Shalini Kaushik Law Classes 15100 राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) हेल्पलाइन का टोल-फ्री नंबर है. यह हेल्पलाइन तत्काल कानूनी सहायता के लिए उपलब्ध है।    विशेषताएँ यह हेल्पलाइन एक निःशुल्क सेवा है जो कानूनी सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करती है।    यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो कानूनी प्रतिनिधित्व या न्यायालय प्रणाली तक पहुंच का खर्च वहन करने में असमर्थ हैं।    यह उन हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए भी सहायक है, जिन्हें कानूनी सेवाओं तक पहुंचने में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।    NALSA से संपर्क कैसे करें आप NALSA हेल्पलाइन 15100 पर कॉल कर सकते हैं।    आप नालसा को nalsa-dla@nic.in पर ईमेल भी कर सकते हैं।    आप nalsa.gov.in पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं।    नालसा के बारे में नालसा हेल्पलाइन भारत में सभी व्यक्तियों को न्याय तक पहुंच प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा एक क्रांतिकारी पहल है। साथ ही,  NALSA APP DOWNLOAD करें    ...