साइबर क्राइम का मुकाबला करें - 1930 डायल करें
(साइबर क्राइम से लड़ें - 1930 डायल करें)
आज साइबर क्राइम का ज़माना है. प्रतिदिन लगभग 6000 साइबर क्राइम केसेस की रिपोर्टिंग की जा रही हैं, शिकायतें दर्ज की जा रही हैं. बैंक खाते खाली हो रहे हैं, लोग आत्महत्या तक विवश हो रहे हैं. साइबर क्राइम के इस बदहवास दौर में साइबर क्राइम पोर्टल की व्यवस्था की गई है, जिस पर पीड़ित अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
साइबर क्राइम पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार, वित्तीय धोखाधड़ी का कोई भी पीड़ित हेल्पलाइन नंबर 1930 या साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन पर शिकायत कर सकता है। हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करने के लिए शिकायत करने वाले का मोबाइल नंबर दर्ज किया जाना जरूरी है । शिकायत/घटना की रिपोर्ट करने के बाद शिकायतकर्ता को एसएमएस/ईमेल के माध्यम से सिस्टम द्वारा जेनरेटेड लॉग-इन आईडी/एकनॉलेजमेंट नंबर मिलेगा। लॉग-इन आईडी/एकनॉलेजमेंट नंबर का उपयोग करके शिकायतकर्ता को 24 घंटे के भीतर साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत को रजिस्टर करना होगा।
➡️ AI से गूगल पर दी गई जानकारी के अनुसार-
1930, साइबर अपराधों की शिकायत के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर है. यह नंबर वित्तीय धोखाधड़ी के शिकार लोगों की मदद के लिए बनाया गया है. इस नंबर पर कॉल करके या ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.
➡️ 1930 हेल्पलाइन नंबर-कैसे शिकायत करें-
🌑 कॉल करके या ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं
➡️ कौन शिकायत कर सकता है-
🌑 साइबर अपराध का शिकार होने वाला कोई भी व्यक्ति
➡️ कहां शिकायत करें-
🌑 1930 पर कॉल करके या cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं
➡️ शिकायत के लिए ज़रूरी जानकारी-
🌑 नाम, मोबाइल नंबर, पता, लेन-देन विवरण
➡️ शिकायत दर्ज करने के बाद-
🌑 पावती संख्या मिलती है, जिससे पोर्टल पर औपचारिक शिकायत दर्ज कराई जा सकती है
➡️ साइबर अपराधों से बचने के लिए, इन बातों का ध्यान रखें:
🌑 किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले सावधान रहें.
🌑 साइबर अपराधियों से सावधान रहें.
🌑 साइबर अपराधियों से व्यक्तिगत दस्तावेज़, बैंक खाता, और सोशल मीडिया हैंडल सुरक्षित रखें.
🌑 कोई भी वित्तीय प्रस्ताव जो बहुत अच्छा लगता है, उससे बचना चाहिए.
( साभार AI)
➡️ शिकायत दर्ज कराने का स्टेप बाय बाई स्टेप तरीका-
🌑 साइबर क्राइम पोर्टल पर रजिस्टर माय कंप्लेंट (रिपोर्ट साइबर क्राइम) पर क्लिक करें।
🌒 फाइल ए कंप्लेंट पर क्लिक करें।
🌒 फिर एक्सेप्ट पर क्लिक करें।
🌒 न्यू यूजर पर जाएं और जानकारी भरें।
🌒मोबाइल नंबर भरने पर ओटीपी आएगा।
🌒ओटीपी और कैप्चा भरने के बाद सबमिट पर क्लिक करें।
🌒 इसके बाद खुले पेज पर अपनी जानकारी भरें और सेव एंड कन्टीन्यू पर क्लिक करें।
🌒फिर दिए गए निर्देशों के अनुसार, जानकारी भरिए, जिसमें घटना का विवरण आदि जानकारी देनी होगी।
🌒फॉर्म पूरा भरकर सबमिट करने के बाद एक एकनॉलेजमेंट नंबर मिलेगा, जिससे आप शिकायत की स्थिति को ट्रैक पर जाकर पता लगा सकते हैं।
( साभार विश्वास न्यूज)
➡️ क्या जानकारी देनी हैं पीड़ित को -
🌑 साइबर क्राइम के पोर्टल पर महिलाओं के खिलाफ होने वाले, बच्चों के खिलाफ होने वाले व अन्य सभी साइबर अपराध की रिपोर्ट की जा सकती है। ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी/ रेप या गैंग रेप सामग्री से संबंधित अपराधों की रिपोर्ट गुमनाम रूप से भी कर सकते हैं। इसके लिए व्यक्तिगत जानकारी देने की जरूरत नहीं होती है। लाल चिह्न वाले फील्ड अनिवार्य हैं। जरूरी है कि शिकायत से संबंधित जानकारी सटीक और सही भरी जाए। शुरुआत में नाम और मोबाइल नंबर का उपयोग कर रजिस्ट्रेशन कराएं। मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा, जिसे भरकर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। साइबर क्राइम पोर्टल पर रजिस्टर माय कंप्लेंट पर जाकर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसमें तीन कैटेगरी हैं- 1. महिला/बाल संबंधित अपराध,
2. फाइनेंशियल फ्रॉड और
3. अन्य साइबर क्राइम।
( साभार विश्वास न्यूज)
➡️ शिकायत दर्ज कराने के लिए जरूरी दस्तावेज -
🌑 शिकायत दर्ज कराने के लिए कुछ दस्तावेजों की भी आवश्यकता होती है जो कि निम्न लिखित हैं -
🌒क्रेडिट कार्ड की रसीद
🌒 बैंक स्टेटमेंट
🌒 ब्रोशर / पैम्फलेट
🌒इमेल की कॉपी
🌒ऑनलाइन मनी ट्रांसफर की रसीद
🌒लिफाफा (अगर पोस्ट या कूरियर से कोई वस्तु मिली है)
🌒वेबपेज का यू आर एल
🌒चैट हिस्ट्री
🌒वीडियो
🌒 तस्वीरें
🌒 संदिग्ध के मोबाइल नंबर का स्क्रीन शॉट
➡️ साइबर क्राइम विशेषज्ञ क्या कहते हैं-
इस बारे में साइबर कानून एक्सपर्ट और लेखक, एडवोकेट (डॉ.) प्रशांत माली का कहना है कि साइबर क्राइम की ऑनलाइन शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल cybercrime.gov.in पर की जा सकती है। ज्यादा से ज्यादा सबूत देने की कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा स्थानीय पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दी जा सकती है। सलाह दी जाती है कि उस पुलिस स्टेशन पर जाएं, जहां साइबर सेल भी हो। भारत के लगभग प्रमुख शहरों में साइबर सेल है। नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर इसकी जानकारी मिल सकती है।
( साभार विश्वास न्यूज)
➡️ उत्तर प्रदेश सरकार की साइबर क्राइम के विरुद्ध अनोखी पहल -
🌑 यूपी में बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के लोगों को बड़ी सौगात दी है. अब प्रदेश के सभी 75 जिलों में साइबर क्राइम थाने होंगे. इसके लिए सीएम ने 57 साइबर क्राइम थाने और सभी 1523 थानों में साइबर सेल की सौगात दी है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक केंद्र सरकार के सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम के तहत जारी राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 155260 को प्रदेश की यूपी 112 सेवा से जोड़ दिया गया है।साइबर अपराध की शिकायत के लिए 155260 नंबर की जगह अब 1930 नंबर पर कॉल करना होता है. यह नंबर गृह मंत्रालय ने शुरू किया था. इसे भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) का हिस्सा बनाया गया है. साइबर ठगी होते ही कोई भी व्यक्ति 24 घंटे इस नंबर पर काल कर शिकायत दर्ज करा सकता है।
( साभार AI)
➡️ कहां कहां हैं साइबर क्राइम थाने उत्तर प्रदेश में -
🌑 योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में निम्न जनपदों में साइबर क्राइम थाने स्थापित किए गए हैं -
उन्नाव, रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, कानपुर देहात, इटावा, फतेहगढ़, कन्नौज, औरैया, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़, सुल्तानपुर, बाराबंकी, अमेठी, अंबेडकरनगर, एटा, हाथरस, कासगंज, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, महाराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बलरामपुर,श्रावस्ती, बहराइच, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा, संभल, प्रतापगढ़, फतेहपुर, कौशांबी, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, सोनभद्र, भदोही, मऊ, बलिया, सिद्धार्थनगर, संत कबीरनगर, ललितपुर, जालौन, मुजफ्फरनगर एवं शामली.
(साभार AI)
इसलिए जागरूक रहिए, डरिये नहीं, अपराध के आगे झुकें नहीं, अपराध का मुकाबला करें और सरकार और प्रशासन का साथ दें और अपराधियों को जेल के सीखचों के पीछे पहुंचाएं.
धन्यवाद
प्रस्तुति
शालिनी कौशिक
एडवोकेट
कैराना (शामली)
बढ़िया पोस्ट।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद 🙏🙏
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंWelcome to my blog
धन्यवाद 🙏🙏
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