पुलिस को प्रतिबन्ध का अधिकार नहीं



हिन्दू धर्मावलम्बी के लिए हर वर्ष कांवड़ यात्रा एक ऐसा धार्मिक समारोह है जिसे लेकर हर उम्र का हिन्दू धर्मावलम्बी उल्लास व् भक्ति से परिपूर्ण रहता है और पुलिस प्रशासन के लिए यह समय बहुत अधिक मुस्तैदी से कार्य करने का होता है क्योंकि ज़रा सी चूक बड़े बवाल को जन्म देती है और यही हुआ है मुरादाबाद मंडल में जहां कांवड़ के बेड़ों से डीजे उतारने पर कटघर में बवाल हो गया -
कांवड़ के बेड़ों से डीजे उतारने पर कटघर में बवाल, लाठीचार्ज
डीजे पर प्रतिबंध से सुलगा मुरादाबाद मंडल, फोर्स तैनात
पुलिस चौकी पर पथराव, पुलिस ने लाठियां भांजकर खदेड़ा, देर रात तक हंगामा
अमर उजाला ब्यूरो

मुरादाबाद। कांवड़ बेड़ों में डीजे पर प्रतिबंध को लेकर विरोध की चिंगारी पूरे मंडल में फैल गई है। मंगलवार को रामपुर, संभल, अमरोहा और मुरादाबाद में कांवड़ियों व हिंदू संगठनों ने डीजे पर प्रतिबंध के खिलाफ पूरा दिन जगह-जगह जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किए और मुख्यमंत्री के पुतले फूंके।
शाम होते-होते ये चिंगारी बवाल में तब्दील हो गई। संभल में पब्लिक ने हाईवे जाम करके हंगामा किया तो मुरादाबाद में कटघर थाने की दस सराय चौकी पर भीड़ ने पथराव कर दिया। एक कांवड़ बेडे़ से पुलिस द्वारा जबरन डीजे उतारे जाने की प्रतिक्रिया में भीड़ बेकाबू हो गई। भीड़ ने चौकी में घुसकर पुलिस कर्मियों से मारपीट की और चौकी व हाईवे पर पथराव कर दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। कटघर में ही प्रभात मार्केट और हनुमान मूर्ति पर भी डीजे पर प्रतिबंध के विरोध में भीड़ ने हाईवे बंद किया और पुलिस पर पत्थर फेंके। देर रात खबर लिखे जाने तक फोर्स मौके पर तैनात थी और हंगामा जारी था।
मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र में दस सराय पुलिस चौकी के सामने स्थित
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•सीतापुरी के कांवड़ियों के जत्थे से पुलिस ने मंगलवार देर शाम जबरन डीजे उतरवा लिया। विरोध करने पर कांवड़ बेड़े में शामिल दो लोगों और डीजे संचालक को भी पुलिस मारपीट करते हुए उठा ले र्गई। कांवड़ियों की पुलिस पिटाई की सूचना पर भीड़ इकट्ठा हुई और दस सराय पुलिस चौकी के सामने जाम लगा दिया। हाईवे ब्लॉक हुआ तो पुलिस ने भीड़ पर लाठियां फटकारीं जिसके जवाब में भीड़ ने पुलिस चौकी और संभल पुल पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज करके हालात काबू किए। यहां हालात काबू में हुए ही थे कि भीड़ ने कटघर थाने के पास प्रभात मार्केट पर हाईवे जाम कर दिया और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व कैबिनेट मंत्री आजम खां के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने यहां भी लाठियां फटकारीं तो भीड़ ने जवाब में पत्थर फेंके।
कांवड़ में डीजे पर प्रतिबंध सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लगाया गया है। पुलिस हर हाल में इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराएगी। सभी को बता दिया गया है कि कांवड़ बेड़ों में डीजे नहीं जाना है, यदि फिर भी कोई कानून का उल्लंघन करता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-वीएस मीणा, आईजी बरेली जोन।
अब आई जी बरेली जोन के अनुसार यह कार्यवाही सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में है किन्तु यूपी का पुलिस एक्ट १८६१तो इस सम्बन्ध में कुछ और ही कहता है जिसकी धारा ३० [४] में कहा गया है -
धारा ३० [४] -मार्गों में संगीत पर कहती है कि पुलिस का जिला अधीक्षक या सहायक जिला अधीक्षक -
{ त्योहारों और समारोहों के अवसर पर मार्गों में कितना संगीत हो उसको भी विनियमित कर सकेगा }
इस धारा को देखते हुए कहा जा सकता है कि पुलिस संगीत की सीमा विनियमित कर सकती है उस पर प्रतिबन्ध नहीं लगा सकती और ऐसे में जो कुछ भी मुरादाबाद मंडल में पुलिस ने किया है वह कानून के अनुसार सही नहीं कहा जा सकता और ऐसे में विरोध के सुर तेज होना स्वाभाविक है साथ ही नेतागर्दी के लिए हवा का बहना भी जो कि अब वहां हो रहा है -
डीजे पर सियासत भी गरमाई
मुरादाबाद (ब्यूरो)। कांवड़ मेले में डीजे की पाबंदी से सियासी तूफान आ गया है। भाजपा और सभी हिंदू संगठन सरकार के इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर हैं। मंगलवार को भी कई जगह प्रदर्शन किया गया। सरकार के पुतले फूंके गए। वहीं डीजे वाले भी पुलिस कार्रवाई के विरोध में सड़कों पर आ गए हैं। भाजपा, बजरंग दल, सर्वदलीय हिंदू संगठन और शिवसेना ने प्रदर्शन किए। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कई जगह प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। सर्वदलीय हिंदू महासभा ने बैठक कर कहा कि कांवड़ मेले में डीजे पर प्रतिबंध किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी हिंदू संगठन प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। वहीं भाजपा नेताओं ने भी चेतावनी दी है कि डीजे का प्रतिबंध अगर सरकार ने वापस नहीं लिया तो उग्र आंदोलन होगा।
अब जब स्थितियों को देखते हुए सही कदम न उठाया जाये तो ये सब संभावित पहले से ही था क्योंकि मैं स्वयं एक कांवड़िये के पिछले वर्ष के आपबीती के आधार पर ऐसी स्थिति का अंदाजा लगा सकती हूँ जिसमे उसने कहा था कि
''जब हम पिछले वर्ष कांवड़ लेकर गए तब भी पुलिस ने डीजे रोका था किन्तु केवल आवाज़ कम करने को कहा था जो कि हमने कर ली थी .''
फिर इस वर्ष पुलिस ने इस सम्बन्ध में ऐसी कार्यवाही कर स्वयं इस आग में घी डाला है इसलिए ऐसे में तो यही कहा जा सकता है कि -
''इब्तदाये इश्क़ है ,रोता है क्या ,
आगे आगे देखिये होता है क्या .''
शालिनी कौशिक
[कानूनी ज्ञान ]

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