पहलगाम अटैक के साइड इफेक्ट शुरू
पहलगाम हमले के साइड इफेक्ट आने आरम्भ हो गए हैं. जनता के बीच आक्रोश तो स्वाभाविक ही था किंतु अब शुरू हुआ है साइबर ठगी का एक और नया दौर. अब भारतीय सेना के नाम से फर्जी मैसेज आम जनता में भेजे जा रहे हैं. जिसमें भारतीय सेना के शहीदों या घायल सैनिकों की मदद के नाम पर कथित रूप से भारत सरकार के द्वारा बनाए गए एक बैंक खाते में डोनेशन की अपील की जा रही है. अक्षय कुमार को इसका ब्रांड अंबेसडर कहा गया है. जो कि नितांत रूप से फ़र्ज़ी है।
➡️ मात्र ₹1 दान का फर्जी मैसेज वायरल-
आम जनता के व्हाट्सएप पर एक मैसेज अज्ञात नंबर से भेजा जा रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बॉलीवुड अभिनेता और समिति द्वारा नियुक्त अभियान के ब्रांड एंबेसडर अक्षय कुमार के सुझाव पर एक नई पहल की है. इस मैसेज में लिखा जा रहा है कि भारत सरकार ने एक बैंक अकाउंट खोला है, जिसमें हर भारतीय नागरिक को केवल ₹1 प्रतिदिन दान करके भारतीय सेना की मदद करनी है. साथ ही, यह दावा भी किया गया है कि यह बैंक अकाउंट कैबिनेट मीटिंग कर भारत सरकार द्वारा पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न स्थिति का सामना करने हेतु खोला गया है. और जो धनराशि भारतीयों द्वारा इसमे दान की जाएगी उस धनराशि का इस्तेमाल सेना और अर्धसैनिक बलों के लिए हथियार खरीदने तथा घायल और शहीद सैनिकों के परिवार की मदद के लिए किया जाएगा.
➡️ इसलिए अफवाह से सावधान रहें-
यह फ़र्ज़ी कथनों को समेटने वाली वायरल पोस्ट दावा करती है कि 1अरब से ऊपर जनसँख्या वाले भारत देश की 70% आबादी भी अगर हर दिन 1 रुपये दान करती है, तो रोजाना 100 करोड़, महीने के 3,000 करोड़ और साल के 36,000 करोड़ सैनिकों की सहायता के लिए जुटाए जा सकते हैं. जो शत्रु राष्ट्र पाकिस्तान के सालाना रक्षा बजट से भी ज्यादा है. फ़र्ज़ी वायरल मैसेज के आखिर में भारत सरकार से जुड़े होने का विश्वास बनाए रखने के लिए 'जय हिंद' और 'वंदे मातरम' भी लिखा गया है. साथ ही इसमें एक बैंक अकाउंट की जानकारी भी शेयर की गई है. जो कि वास्तव में भारत सरकार से बिल्कुल भी सम्बन्धित नहीं है.
➡️ सच क्या है -
आप ध्यान दीजिये, इस तरह के वायरल मैसेज में बताया गया बैंक अकाउंट फ़र्ज़ी है. इस तरह का दावा फर्जी है. आप इस तरह के बैंक अकाउंट में यदि पैसे भेजते हैं तो साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं. आपके अकाउंट से कई लाख को भी साइबर ठग उड़ा सकते हैं या फिर पूरा का पूरा बैंक अकाउंट ही खाली कर सकते हैं क्योंकि इस तरह से आपके बैंक अकाउंट की डिटेल्स साइबर ठगों के पास पहुंच जाएगी. भारत सरकार ने 2016 में Army Welfare Fund Battle Casualty के नाम से एक अकाउंट शुरू किया था जिसका मकसद युद्ध में घायल या शहीद हुए सैनिकों के परिवारों को आर्थिक मदद मुहैया कराना था न कि सेना के लिए हथियार खरीदना. उसके बाद से भारत सरकार ने दूसरा कोई अकाउंट अभी इस सम्बन्ध में नहीं बनाया है और यदि भारत सरकार इस तरह का कोई कार्य करती है तो उसकी सूचना मंत्रालय द्वारा जारी की जाएगी
➡️ भारत सरकार की अपील-
मौजूदा परिस्थियों में भारत सरकार की अपील है कि इस तरह के भ्रामक मैसेज से जनता सावधान रहे. विशेष रूप से जब किसी भी मैसेज में सेना या किसी सरकारी योजना का भावुक उल्लेख किया गया हो, तो किसी भी खाते में पैसे जमा करने से पहले पुलिस वैरिफिकेशन जरूर करें. भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि मैसेज में दिए गए खाता विवरण फ़र्ज़ी हैं, दिए गए फ़र्ज़ी बैंक खाता विवरण भारतीय सेना के आधुनिकीकरण या हथियारों की खरीद के लिए नहीं है और ना ही यह भारत सरकार द्वारा दिया गया है.
➡️ पहलगाम अटैक ठगी या अन्य साइबर ठगी से बचने के उपाय -
🌑 व्हाटसएप या सोशल मीडिया पर कहीं से भी आए अज्ञात बैंक अकाउंट नंबरों में कभी पैसे न भेजें.
🌑 किसी भी सेलिब्रिटी के नाम से जुड़े मैसेज को बिना जांच किए कहीं भी शेयर न करें.
🌑 दान करते समय हमेशा वेबसाइट के URL की जांच करें, ताकि आप फर्जी साइट्स से बच सकें और यदि इतनी जानकारी नहीं है तो इस तरह के मैसेज को इग्नोर करें या स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं.
सरकार रोज जनता से अपील कर रही है, पुलिस रोज साइबर ठगी से जागरूक करने के लिए कार्यशाला आयोजित कर रही है. अब बारी जनता की है उसे समझना होगा और यदि तब भी नहीं समझ पाती है तो घटना होने के बाद स्थानीय पुलिस को तुरंत सूचना देकर अपराध और अपराधियों का सफाया करने में पुलिस की सहायता करनी होगी, ताकि समय रहते पुलिस तुरंत कार्रवाई कर साइबर क्राइम का मुकाबला कर सके.
धन्यवाद
द्वारा
शालिनी कौशिक
एडवोकेट
कैराना (शामली)
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