स्कैमर्स से बचना है तो ये लेख जरूर पढ़ें
SMS सबके फोन पर आते हैँ, जिन्हें आप पढ़ते भी हैं और जिनके लिंक पर आप क्लिक भी करते है, किन्तु आज का समय साइबर ठगी का समय है. एक क्लिक आपका अकाउंट सेकंड्स मे खाली कर देता है. जिसे रोकने के लिए कभी गृह मंत्रालय E-ZERO एफ आई आर लेकर आ रहा है तो कभी दूरसंचार विभाग फाइनेंशियल फ़्रॉड रिस्क इण्डिकेटर ( एफ आर आई) लेकर आ रहा है. इसी क्रम में अब ट्राई लेकर आया है (एसपीजीटी-SPGT)
➡️ बच सकते हैं स्कैम से-
एसपीजीटी पर अगर आप ध्यान देंगे तो बच सकते हैं बड़े बड़े स्कैम से, जो कि अब आपके मोबाइल पर आने वाले हर SMS के पीछे लिखे ‘S’, ‘P’, ‘G’ या ‘T’ के रूप में दिखाई देने वाले हैं. हर SMS के पीछे दिखने वाले S, P, G या T कोड्स TRAI द्वारा शुरू की गई एक पहल है। इनका मतलब जानकर बच सकते हैं आप खुद और बचा सकते हैं अपने जानने वालों को स्कैम से.
आप ध्यान दीजिये आजकल फोन पर आने वाले हर SMS पर जिस के पीछे हमे 4 अक्षर देखने को मिल रहे हैं। S, P, G या फिर T के साथ आने वाले इन SMS पर शायद अभी तक आपका ध्यान नहीं गया है, तो आपको ध्यान देने की जरूरत है। वास्तव में ये शब्द मात्र शब्द नहीं हैं ये वे कोडस हैं जिनकी जानकारी होने पर आप ये पहचान सकते हैं कि आपको मिलने वाला मैसेज किसकी तरफ से भेजा गया है। इसके अलावा एक बार इनका मतलब अगर आप समझ जायेंगे तो स्कैम वाले मैसेजेस से भी सावधानी पूर्वक खुद को बचा पाएंगे। आइये जल्दी से जानते हैं भारत सरकार की इस खास पहल के बारे में।
➡️ एसपीजीटी सर्विस क्या है-
यह सर्विस TRAI द्वारा शुरू की गई थी ताकि आम लोगों को स्पैम मैसेजेस से बचाया जा सके। दरअसल 2010 में शुरू हुई इस सर्विस के बाद से SMS भेजने वाली संस्था को TRAI में रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। इसके बाद TRAI की ओर से उस SMS के टाइप के हिसाब से कोड दिया जाता है। इन कोड्स का मतलब समझाने से पहले बता दें कि सरकार ने यह सर्विस जरूरी और प्रमोशनल सर्विस के बीच फर्क बनाए रखने के लिए शुरू की थी।
➡️ ‘S’, ‘P’, ‘G’ या ‘T’ का क्या है मतलब -
TRAI द्वारा SMS को ‘S’, ‘P’, ‘G’ या ‘T’ जैसी चार कैटेगरी में बांटा गया है। इन अक्षरों की मदद से आप आने वाले SMS के बारे में तुरंत समझ सकते हैं कि वह किस कैटेगरी का मैसेद है। इससे आपको स्पैम मैसेजेस से बचने में भी बहुत मदद मिलेगी। अब जानिए इन अक्षरों के मतलब -
🌑 S - जिन SMS की सेंडर आईडी के आखिर में S लिखा हो वह सर्विस मैसेजेस होते हैं। इस तरह के मैसेजेस में बैंक या टेलिकॉम कंपनियों की ओर से आपको दी जाने वाली सर्विसेज के विषय में भेजे गए मैसेज आते हैं।
🌑 P- जिन SMS की सेंडर आईडी के आखिर में P लिखा हो वह प्रमोशनल SMS होते हैं। इन SMS को आप इग्नोर भी कर सकते हैं। इन्हें आप SMS की शक्ल में विज्ञापन मान सकते हैं।
🌑 G- जिन SMS की सेंडर आईडी के आखिर में G लिखा हो उन्हें आपको गंभीरता से लेना चाहिए। ये SMS सरकार द्वारा भेजे गए होते हैं। इनमें जरूरी जानकारी या कोई चेतावनी भी हो सकती है।
🌑 T- जिन SMS की सेंडर आईडी के आखिर में T लिखा हो वह आपके द्वारा की गई ट्रांजेक्शन से जुड़े होते हैं।
इस तरह से अब एक आम उपभोक्ता समझ सकता हैं कि कौन से SMS काम का है और किन्हें आप इग्नोर कर सकता है।
➡️ एसपीजीटी कोडस ऐसे बचाएगा स्पैम से-
SMS भेजने वाली संस्थाओं को TRAI के साथ रजिस्ट्रेशन करना होता है तभी संस्थाएं SMS भेजने का कार्य कर पाती हैं.ऐसे में,अगर उपभोक्ता को SMS बिना S, P, G या T कोड के मिलते हैं, तो हो सकता है कि वह स्पैमर्स की तरफ से हों। बिना कोड वाले मैसेजेस में अगर आपको किसी लिंक पर क्लिक करने या किसी सर्विस के लिए एनरोल करने को कहा जाता है, तो भूल कर भी ऐसा न करें। कुल मिला कर बिना इन 4 कोड के SMS पर संदेह किया जाना चाहिए। बेहतर रहेगा कि इस तरह के मैसेजेस को उपभोक्ता खोलें ही ना और यदि ऐसा नहीं कर सकता है, तो कम से कम उनमें दिए किसी भी लिक पर क्लिक न करें और न ही बिना जांच-परख के मैसेज में कही गई बातों का पालन करें।
ये थोड़ी सी सावधानी आम उपभोक्ता को स्पैम मैसेज से बचा सकती है, आपके अकाउंट को खाली होने से बचा सकती है, इसके साथ साथ आपकी ये सावधानी आपके आसपास का माहौल भी सुरक्षित बना सकती है. इसलिए सतर्कता ही सुरक्षा है आपकी भी, आपके अपनों की भी.
धन्यवाद
द्वारा
शालिनी कौशिक
एडवोकेट
कैराना (शामली )
सार्थक जानकारी शेयर की है आपने आभार 🙏🙏
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु हार्दिक धन्यवाद 🙏🙏
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