अनुराग ठाकुर द्वारा भारतीय संविधान का सम्मान?

 


     कॉंग्रेस नीत इंडिया गठबंधन ने इस बार लोकसभा चुनाव में जोर शोर से एनडीए /बीजेपी द्वारा सत्ता प्राप्ति होने पर संविधान खत्म किए जाने का मुद्दा उठाया और जनता द्वारा संविधान को खतरे में देखते हुए इंडिया गठबंधन को अभूत पूर्व समर्थन प्रदान किया गया. एनडीए /बीजेपी द्वारा अपनी पराजय के डर से जनता के बीच बार बार संविधान के प्रति किसी भी दुर्भावना से इंकार किया गया किन्तु पहले तो इंडिया गठबंधन के सांसदों द्वारा शपथ ग्रहण के बाद "जय संविधान" के नारे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी की नकारात्मक प्रतिक्रिया और आज सदन में बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर का राहुल गांधी जी पर तंज - जिसकी जात का ही पता नहीं वो क्या गणना की बात करता है "कहकर आखिर कार फिर से यह दिखा दिया कि देश के सर्वोच्च कानून" भारतीय संविधान "को लेकर एनडीए /बीजेपी के दिल में कितना सम्मान है?

  भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15(1) मे कहा गया है कि राज्य, किसी नागरिक के विरुद्ध केवल धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग, जन्म स्थान या इनमें से किसी के आधार पर कोई विभेद नहीं करेगा.

    और यहां अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी जी द्वारा जातिगत जनगणना की मांग उठाए जाने पर उनकी जाति पर ही सवाल खड़े कर दिए और साफ कर दी अपनी मंशा भारतीय संविधान को लेकर. कहने वाले तो बहुत पहले ही कह गए हैं -

 " सच्चाई छिप नहीं सकती, बनावट के उसूलों से,

कि खुशबु आ नहीं सकती, कभी काग़ज़ के फूलों से."

 *जय संविधान* 


शालिनी कौशिक

एडवोकेट

कैराना (शामली)

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मृतक का आश्रित :अनुकम्पा नियुक्ति

वसीयत और मरणोपरांत वसीयत

हिन्दू विधवा पुनर्विवाह बाद भी उत्ताधिकारी